हिन्दुओं तुम्हारी कायरता और अकर्मण्यता जल्द ही तुम्हारे सर्वनाश का कारण बनेगी।
आज जब इस्लाम नाम का राक्षस तुम्हारी बहन बेटियों की ओर मुख खोले बैठा है तब तुम व्यस्त हो केवल पैसा कमाकर कोठियाँ खड़ी करने में।
तब तुम व्यस्त हो केवल धर्म से राजनीतिक लाभ लेने में...
आज जब इस्लाम नाम का राक्षस तुम्हारी बहन बेटियों की ओर मुख खोले बैठा है तब तुम व्यस्त हो केवल पैसा कमाकर कोठियाँ खड़ी करने में।
तब तुम व्यस्त हो केवल धर्म से राजनीतिक लाभ लेने में...
स्मरण रहे धर्म गद्दारों और कायरों को कभी क्षमा नहीं करता।
तुम्हारी आने वाली पीढ़ियाँ तुम्हें धिक्कारेंगीं। तुम्हें याद करके तुम पर देखेंगीं क्योंकि उनकी भयावह स्थिति के कारण तुम होंगें।
जो कासिम, ग़जनवी, गौरी, ख़िलजी, कुतुबुद्दीन ऐबक, जलालुद्दीन ख़िलजी, मौहम्मद तुगलक, तैमूर लंग, सिकंदर लोदी, बाबर, हुमायूँ, शेरशाह, अकबर, जहाँगीर, औरंगज़ेब, बाहादुरशाह ने हिन्दुओं की बहन बेटियों के साथ किया और जो आईएसआईएस ने सीरिया में किया ये ही इस्लाम है और ये ही इस्लाम का सच्चा स्वरूप है जो समस्त हिन्दुस्थानी अपने विश्वासपात्रों द्वारा स्वयं पर होता हुआ देखेंगें।
तुम्हारी आने वाली पीढ़ियाँ तुम्हें धिक्कारेंगीं। तुम्हें याद करके तुम पर देखेंगीं क्योंकि उनकी भयावह स्थिति के कारण तुम होंगें।
जो कासिम, ग़जनवी, गौरी, ख़िलजी, कुतुबुद्दीन ऐबक, जलालुद्दीन ख़िलजी, मौहम्मद तुगलक, तैमूर लंग, सिकंदर लोदी, बाबर, हुमायूँ, शेरशाह, अकबर, जहाँगीर, औरंगज़ेब, बाहादुरशाह ने हिन्दुओं की बहन बेटियों के साथ किया और जो आईएसआईएस ने सीरिया में किया ये ही इस्लाम है और ये ही इस्लाम का सच्चा स्वरूप है जो समस्त हिन्दुस्थानी अपने विश्वासपात्रों द्वारा स्वयं पर होता हुआ देखेंगें।
हो सकता है आप सभी को मेरी ये बातें निराशाजनक लगें क्योंकि आप सब एक लोकतांत्रिक देश के वासी हैं। किंतु स्मरण रहे लोकतंत्र उसके कब्ज़े में होता है जो बाहुल्य होता है।
थोड़े दिन बाद मुसलमान बाहुल्य होकर इस राष्ट्र और इसके राष्ट्रवादियों पर अपने कुकृत्यों का नज़ारा पेश करेंगें।
ये भी निश्चित है कि जल्द ही इस लोकतंत्र पर मुस्लिमों का कब्जा होगा क्योंकि हिन्दू इतना असहाय हो चुका है कि ना ही आवाज़ उठाकर "जनसँख्या नियंत्रण कानून" बनवा सकता है और ना ही बच्चे पैदा कर सकता है।
थोड़े दिन बाद मुसलमान बाहुल्य होकर इस राष्ट्र और इसके राष्ट्रवादियों पर अपने कुकृत्यों का नज़ारा पेश करेंगें।
ये भी निश्चित है कि जल्द ही इस लोकतंत्र पर मुस्लिमों का कब्जा होगा क्योंकि हिन्दू इतना असहाय हो चुका है कि ना ही आवाज़ उठाकर "जनसँख्या नियंत्रण कानून" बनवा सकता है और ना ही बच्चे पैदा कर सकता है।
भगवा रंग की चादर तन पे, अन्तिम वस्त्र हमारा हो,
अन्तिम सफ़र में मैं जब निकलूँ, हर हर महादेव का नारा हो...
अन्तिम सफ़र में मैं जब निकलूँ, हर हर महादेव का नारा हो...

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